ABL ROOM एबीएल कक्ष

ABL ROOM एबीएल कक्ष

ABL ROOM एबीएल कक्ष,FLN, CCP, CCE राष्ट्रीय राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत बुनियादी साक्षरता एवं संख्या ज्ञान को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए प्रत्येक विद्यालय में एबीएल कक्ष का निर्माण किया जाना प्रस्तावित है साथियों आज की इस पोस्ट में हम यह जानेंगे कि हमारे विद्यालय में भी हम एबीएल कक्ष का निर्माण किस प्रकार से कर सकते हैं तथा इस से जुड़ी सभी बातें हम इस पोस्ट में जानने की कोशिश करेंगे।

बुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान एफ एल एल के सर्वभौमिक लक्ष्य की प्राप्ति के लिए भारत सरकार द्वारा निपुण अभियान की शुरुआत की गई है और इस अभियान का सार्वभौमिक लक्ष्य ही कक्षा तीन तक की कक्षा के आते प्रत्येक बालक को बुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान प्राप्त हो सके।

साथियों बुनियादी साक्षरता ज्ञान एवं संख्या ज्ञान लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए तीन प्रमुख प्रणालियां है जिनमें सतत एवं व्यापक मूल्यांकन तथा गतिविधि आधारित शिक्षण और बाल केंद्रित शिक्षा को शामिल किया जाता है।

ABL ROOM एबीएल कक्ष

गतिविधि आधारित शिक्षण-

राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा 2005 में इस बात पर जोर दिया गया है विषयों की अवधारणाओं को मुख्यतः गतिविधियों के माध्यम से स्वयं करके ही समझना चाहिए। बच्चों को ऐसी गतिविधियों में व्यस्त रखना चाहिए जिसमें सीखने के चारों चरण यथा-अनुभव, चिंतन, अनुप्रयोग तथा निष्कर्ष शामिल हों। क्रियाकलापों के माध्यम से ज्ञान का सृजन कर सकें।

छोटे-छोटे रोचक क्रियाकलापों को एक श्रृंखला के रूप में प्रस्तुत करने से विद्यार्थी की चिंतन प्रक्रिया सुदृढ़ होती है और वे बहुआयामी चिंतन करने में समर्थ बनते हैं। ऐसे क्रियाकलापों में विद्यार्थी स्वयं करके सीखते हैं। अतः इससे सीखना तेजी से होता है तथा इसमें विद्यार्थी समझ के साथ सीखते हैं। गतिविधि आधारित शिक्षण में सभी विद्यार्थियों के लिए सीखने का मौका होता है। वे सभी क्रियाकलाप कर रहे होते हैं तथा उनमें एक होड़ भी होती है व जल्दी से कार्य करने की चुनौती भी सामने होती है।

गतिविधि आधारित शिक्षण

गतिविधि वह क्रियाकलाप है, जिसमें सीखने के चारों चरण यथा – अनुभव, चिंतन, अनुप्रयोग तथा निष्कर्ष शामिल हों।

कैसी हो गतिविधि ?

गतिविधि वह क्रियाकलाप है जिसमें

विद्यार्थियों को चिंतन करने और अनुभवों को जोड़ने के अवसर मिलते हैं। शिक्षक की भागीदारी कम से कम तथा विद्यार्थियों की अधिकतम होती है 2.

  1. कक्षा जीवंत एवं सक्रिय होती है, वे स्वयं करके सीखते हैं।
  2. सीखने की प्रक्रिया में सबको भागीदारी का मौका मिलता है। सीखने की प्रक्रिया अनुभव आधारित होने के कारण ज्ञानार्जन सरल व सहज होता है।

HOW TO DEVELOP ABL ROOM?

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दोस्तों हमने ऊपर की पोस्ट में ABL ROOM के निर्माण पूर्व सामान्य समझ को ग्रहण किया है अर्थात गतिविधि आधारित शिक्षण के बेहतर संचालन हेतु विद्यालय स्तर पर निम्न कार्य किए जाने हैं जिनमें एबीएल कक्षा कक्ष गतिविधि आधारित शिक्षण के लिए समग्र शिक्षा से प्राप्त वित्तीय अकादमिक मापदंडों के अनुसार विद्यालय एसएमसी के निर्देशन में कक्षा 1-2 के लिए एबीएल कक्षा कक्ष तैयार किया जाना है

इसलिए विद्यालय में उपलब्धता के आधार पर 16 * 20 फिट साइज के कक्ष में लगभग 40 बच्चे बैठ कर काम कर सके इसको इसके लिए चुनना है कक्षा कक्ष से प्राप्त राशि ₹7500 से तैयार कराया जाना है
दोस्तों वैसे तो एबीएल कक्षा कक्ष के निर्माण के लिए सबसे पहला कार्य हमारे कक्ष का निर्धारण हो चुका है अब निम्न प्रकार से ABL कक्ष का निर्माण किया जा सकता है
बच्चों के लिए श्यामपट्ट विद्यालय में कक्षा कक्ष के अंदर ही तीन दीवारों श्यामपट्ट के अलावाफर्श से 6 इंच ऊपर 3 फीट तक की ऊंचाई तक ब्लैक बोर्ड पेंट कराया जाना है

श्यामपट्ट के दायित्व वाली दीवार हिंदी बाई तरफ वाली दीवार अंग्रेजी व श्यामपट्ट के सामने वाली दीवार पर गणित विषय के लिए रखी जानी है ABL ROOM एबीएल कक्ष

बॉक्स बोर्ड और डांट बोर्ड बनाना कक्षा कक्ष में स्थाई संपट के नीचे बाई तरफ 3 गुणा 3 फीट का बॉक्स बोर्ड और 3 गुणा 3 फीट का डॉट बोर्ड तैयार किया जाना है

ABL ROOM

एबीएल कक्षा कक्ष का विवरण

एबीएल कक्षा कक्षा की दीवारों पर हिंदी गणित अंग्रेजी को लेकर दीवारों पर किए जाने वाले कार्यों का विवरण
जब यह कार्य पूरा हो जाए तो एबीएल किट राजस्थान स्कूल शिक्षा परिषद जयपुर द्वारा उपलब्ध कराया गया है और किट में एक व दो के शिक्षा कर्म व पाठ्यक्रम आधारित शिक्षक सामग्री उपलब्ध है इस सामग्री की मदद से बच्चे स्वयं गतिविधि करके सीख सकेंगे और गतिविधियों में सक्रिय भागीदारी निभा सकेंगे रूचि पूर्ण तरीके से सीखने के लिए किट की सामग्री इसमें उपलब्ध करवाई गई है

एबीएल किट के साथ सहायक सामग्री एबीएल किट में उपलब्ध सामग्री के साथ सामग्री के रखरखाव बच्चों के द्वारा किए गए सृजनात्मक कार्य को दिखाने के लिए सहायक सामग्री राजस्थान स्कूल शिक्षा परिषद जयपुर द्वारा उपलब्ध करवाई जाएगी जिसकी सूचना बाद में प्रेषित होगी सहायक सामग्री के अंतर्गत डिस्प्ले बोर्ड के बोर्ड पर बच्चों के लिए रचनात्मक कार्य चित्र कविता दी को लगाए जाना है

जिससे बच्चों को प्रोत्साहन और प्रेरणा मिलेगी शपथ को दी जाने वाली ₹7500 की राशि विद्यालयों की गई है एवं समुदाय आना जाना लगा रहता हूं विद्यालय के अंदर कोई स्थान हो सकता है
समस्त अन्य जानकारियां किस्मत के आधार पर खर्च होगा निर्धारित पत्र और किस प्रकार से राशि का आवंटन हुआ है और कौन इसको निरीक्षण और देखेंगे सामग्री का क्रय विक्रय मॉनिटरिंग और सभी विद्यालयों में इसकी गुणवत्ता पूर्ण एबीएल कक्षा कक्ष के निर्माण हेतु समस्त निर्देश आप गाइडलाइन के ऊपर क्लिक करके विभागीय आदेश देख सकते हैं ABL ROOM एबीएल कक्ष

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